कांग्रेस ने देश में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का मंगलवार (14 अप्रैल, 2020) को समर्थन किया और साथ ही कोई नया वित्तीय पैकेज घोषित नहीं किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस बाबत ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हम लॉकडाउन बढ़ाने की मजबूरी समझते हैं। हम इस निर्णय का समर्थन करते हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘गरीबों को 40 दिनों (21+19) के लिए अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। पैसा है, खाद्य सामग्री है, लेकिन सरकार इन्हें जारी नहीं करेगी। रोते रहो मेरे प्यारे भारत’
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने दावा किया, ‘प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ भी विशेष नहीं था। वित्तीय पैकेज की घोषणा नहीं की गई, कोई विवरण नहीं दिया गया, कोई ठोस बात नहीं है। मध्य वर्ग, गरीब और कारोबारियों के लिए कुछ नहीं कहा गया।’ उन्होंने सवाल किया, ‘लॉकडाउन अच्छा है, लेकिन जीविका का मुद्दा कहां है?’
The poor have been left to fend for themselves for 21+19 days, including practically soliciting food. There is money, there is food, but the government will not release either money or food.
Cry, my beloved country.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 14, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि इस महामारी को परास्त करने के लिए यह जरूरी है।
उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि राज्यों एवं विशेषज्ञों से चर्चा और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाने का फैसला किया गया है।
देश के नाम अपने संबोधन में पीएम ने लॉकडाउन पार्ट टू को पहले से ज्यादा सख्त बताया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिन इलाकों में ये संक्रमण कंट्रोल में होगा वहां 20 अप्रैल से ढील मिलेगी। इसके लिए भी उन्होंने कुछ शर्ते रखीं।
उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल तक हर जिले, कस्बे, राज्य को बारीकी से परखा जाएगा। वहां लॉकडाउन का कितना पालन किया गया है, उसने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, उसका मूल्याकंन किया जाएगा।